बिना बेस वोट के ही पहले प्रयास में उमा अग्रवाल ने मारी बाजी पचीस वषों के बाद एतिहासिक मतों के साथ दर्ज की जीत

nizam ansari  

नगर निकाय चुनाव 2023 में 11 मई को हुवे निकाय चुनाव के बाद आज 13 मई को  नगर पंचायत शोहरतगढ़ की मतगणना क़स्बा स्थित शिवपति इंटर कॉलेज में सुरक्षा व्यवस्था के साथ सम्पन्न हुई |

नगर पंचायत शोहरतगढ़ में विस्तारित क्षेत्रों को मिलाकर कुल 19588 मत है जिनके सापेक्ष 62 प्रातिशत पोल के हिसाब से 12129 मत पड़े |

उमा अग्रवाल पत्नी रवि अग्रवाल ने 3110  मत प्राप्त करते हुवे ऋतू सिंह के 2709 मतों के सापेक्ष 241 मतों से जीत प्राप्त कर इतिहास रच दिया अब से पांच नगरीय चुनाव पहले रघुनाथ जैसवाल के सर्वाधिक 2024 मत का रिकॉर्ड तोड़ कर 3110 मत प्राप्त किया |

सक्रिय रूप से प्रत्याशी जिनमें श्रीमती बबिता कसौधन , shyam सुंदर चौधरी , मनोज कुमार मित्तल , अध्यक्ष प्रतिनधि रवि अग्रवाल , अभय सिंह व इज़हार हुसैन शामिल है in प्रत्याशियों ने चुनाव के प्रारंभ से ही अपने प्रचार प्रसार के माध्यम से लोगों के बीच अंत तक डटे रहे |

अनुमान से कम वोट मिलना हुवा घातक

ऋतू सिंह – पत्नी अभय सिंह के लिए जीत का आंकड़ा जो जनता के मन में था वह ये कि अभय सिंह नीबी दोहनी से 1400 मत प्राप्त करते हुवे क़स्बा शोहरतगढ़ से 500 वोट गदाकुल से 500 वोटों के साथ बढ़ते हुवे छतहरा , छतहरी से 500 वोटों के साथ मेंढ़वा नारायण पुर में 200 वोट के साथ ही कुल 3100 मत प्राप्त करेंगे | पर ऐसा हो नहीं पाया वह अपने पैत्रिक गाँव नीबी दोहनी में उमा अग्रवाल को घेर नहीं पाए | उन्हें 2709 वोट पर ही संतोष करना पड़ेगा |

श्याम सुंदर चौधरी के लिए जीत का आंकड़ा बहुत आसान था जनता के अनुमान के मुताबिक लगभग 2000 वोट से सुरुवात करेंगे लेकिन वह अपने गृह क्षेत्र से ही बढ़त बनाने में नाकामयाब हुवे | 1278 वोटों पर संतोष करना पड़ा |

जैसा कि पोस्ट के सर्वे के अनुसार पोलिंग परसेंटेज के अनुसार अभय सिंह को और shyam सुन्दर चौधरी को उनके गाँव में मतदान हुवे कुल मतों में से 70 प्रतिशत मत दिए गए थे इसके बावजूद दोनों प्रत्याशियों ने अपना परसेंटेज लेवल बरक़रार नहीं रख पाने के कारण उमा अग्रवाल को बढ़त मिल गयी |

बताते चलें कि ऋतू सिंह इस नगर अध्यक्ष चुनाव में सेकंड रनर अप रही हैं उन्होंने लगातार उमा अग्रवाल को अंत तक घेरे रखा पहले राउंड से ही जीत को लेकर असमंजस की स्थित बनी रही |

इस चुनाव से उन्होंने भविष्य का नेता और एक विकल्प के तौर पर अपने आप को साबित किया है |