भूकंप – 6.4 तीव्रता के भूकम्प के झटकों ने आधी रात घर से बाहर निकलने को मजबूर हुवे लोग

kapilvastupost 

बीती रात शुक्रवार को 11: 32 मिनट पर भूकंप के झटकों ने 2014 के बाद फिर एक बार आधी रात को लोगों को अपने घरों से निकलने पर मजबूर कर दिया ।

भूकंप के झटके रात के समय महसूस किए गए जब अधिकतर लोग अपने घरों में सो रहे थे लोगों ने झटकों को महसूस किया उनके बेड दाएं से बाएं होने लगे दो बेड आपस में टकराने लगे पंखे हिलने लगे बाहर खड़ी गाडियां हिलने लगी दहशत से लोग आधी रात को अपने घरों से निकल कर बाहर सड़क पर आ गए |

लगभग आधे घंटे तक लोगों ने इसका परीक्षण किया जब दोबारा झटके नहीं आए तो लोगों ने हिम्मत करके अपने अपने खुदाओं को याद करने लगे और किसी तरह से घर में गए।

जलजला आने पर मस्जिद में लगातार पांच बार अजान देने के बाद पढ़ी गई दुवा

इस्लाम धर्म की मान्यताओं के अनुसार जलजला /भूकंप आने के बाद अजान दी जाती है और लोग स्वतंत्र रूप से और सामूहिक रूप से लोगों को दुवाएं पढ़ने का हुक्म है ।

शुक्रवार रात 11:32 पर आए भूकंप के 6.4 रिचर स्केल की तीव्रता के बाद कस्बा शोहरतगढ स्थित जामा मस्जिद में अजान दी गई और बाद अजान लोगों ने दुवा भी पढ़ी। इसी क्रम में पूरे जनपद में स्थित अधिकतर मस्जिदों से अजान की सदाएं गूंजी और दुवा पढ़ी गई।

कस्बे के लोगों ने शेयर किए अपने अपने अनुभव

कसबे के युवा व्यवसाई व मानव अधिकार परिवार के नगर अध्यक्ष दीपक कौशल के अनुसार वह गहरी नींद में सोये हुवे थे भूकम के झटकों से उनका बेड उछलने लगा नींद खुली तो पंखा असामन्य रूप से इधर उधर हील रहा था बाहर एक शोर थी भूकम्प आगया भूकम्प मैं घर से बहार आ गया जहाँ मोहल्ले के लोग इकठ्ठा थे |