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Kapilvastupost
बांसी सिद्धार्थ नगर , 19 अप्रैल 2025: उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले के बांसी नगर पालिका क्षेत्र में स्थित ऐतिहासिक रामलीला ग्राउंड को अवैध अतिक्रमण से मुक्त कराने के लिए रविवार को प्रशासन ने कड़ा कदम उठाया। भारी पुलिस बल और उच्च अधिकारियों की मौजूदगी में बुलडोजर के साथ अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की गई, जिसने पूरे इलाके में हलचल मचा दी।
प्रशासन की सख्ती, बुलडोजर ने तोड़े अतिक्रमण सुबह से ही रामलीला ग्राउंड के आसपास भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। जिला प्रशासन और नगर पालिका के अधिकारियों की टीम ने मौके पर पहुंचकर अवैध निर्माण और कब्जे को ध्वस्त करने का काम शुरू किया।
बुलडोजर की गड़गड़ाहट के बीच कई अस्थायी और स्थायी निर्माणों को जमींदोज कर दिया गया। प्रशासन का कहना है कि रामलीला ग्राउंड को उसके मूल स्वरूप में लाने और सार्वजनिक उपयोग के लिए खाली कराने के लिए यह कार्रवाई जरूरी थी।
राजनीतिक हलचल और जनता में आक्रोश इस कार्रवाई से पहले क्षेत्र में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई थीं। शनिवार को समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक प्रत्याशी मोनू दूबे ने लोगों की भीड़ के साथ तहसील पहुंचकर प्रशासन से 10 दिन की मोहलत मांगी थी, लेकिन प्रशासन ने इसे ठुकरा दिया।
स्थानीय लोगों में इस कार्रवाई को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिली। कुछ लोगों ने प्रशासन के इस कदम का स्वागत किया, वहीं कुछ ने इसे जल्दबाजी में लिया गया फैसला बताकर विरोध जताया।
रामलीला ग्राउंड का महत्व बांसी का रामलीला ग्राउंड न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों का केंद्र है, बल्कि यह स्थानीय समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्थल भी है। लंबे समय से इस ग्राउंड पर अवैध कब्जे और अनधिकृत निर्माण की शिकायतें मिल रही थीं, जिसके बाद प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया।
सूत्रों के अनुसार “रामलीला ग्राउंड को अतिक्रमण मुक्त कराने का फैसला जनहित में लिया गया है। यह कार्रवाई पूरी तरह से कानून के दायरे में की जा रही है। हम सुनिश्चित करेंगे कि यह स्थल फिर से समुदाय के लिए उपलब्ध हो।
वहीं,पुलिस सूत्रों के अनुसार कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है और किसी भी तरह की अशांति को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
प्रशासन की तरफ संकेत मिल रहे हैं कि यह कार्रवाई अगले कुछ दिनों तक जारी रह सकती है, ताकि ग्राउंड को पूरी तरह से अतिक्रमण मुक्त किया जा सके। साथ ही, भविष्य में इस तरह के कब्जों को रोकने के लिए सख्त निगरानी और नियम लागू करने की योजना है।
इस घटना ने बांसी ही नहीं, बल्कि पूरे सिद्धार्थनगर जिले में चर्चा का माहौल बना दिया है। लोग यह देखने के लिए उत्सुक हैं कि प्रशासन का यह अभियान कितना प्रभावी साबित होता है और रामलीला ग्राउंड का पुराना गौरव कब तक बहाल हो पाता है।
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