समोगरा प्रकरण: सपा और आजाद समाज पार्टी ने की संयुक्त आवाज बुलंद, प्रशासन पर दलित उत्पीड़न का आरोप, प्रतिमा स्थापना की मांग

महेंद्र कुमार गौतम

बांसी , सिद्धार्थ नगर, समोगरा गांव में राजस्व व पुलिस विभाग की कार्रवाई के बाद गांव के 42 लोगों पर मुकदमा दर्ज किए जाने से तनाव का माहौल है। घटना के विरोध में मंगलवार को समाजवादी पार्टी के साथ-साथ आजाद समाज पार्टी ने भी जोरदार प्रदर्शन कर प्रशासन पर दलितों के उत्पीड़न का आरोप लगाया।

समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष लालजी यादव, पूर्व विधायक विजय पासवान और पूर्व प्रत्याशी मोनू दूबे के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल समोगरा गांव पहुंचा। वहां पीड़ितों से मुलाकात कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। सपा नेताओं ने बताया कि एक दलित व्यक्ति अपनी जमीन पर बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा स्थापित कर रहा था, जिसे भाजपा कार्यकर्ता के कहने पर प्रशासन ने जबरन हटवा दिया। विरोध करने पर महिलाओं समेत ग्रामीणों पर लाठीचार्ज किया गया और मुकदमे दर्ज कर उत्पीड़न शुरू कर दिया गया।

इसके बाद प्रतिनिधिमंडल ने एसडीएम शशांक शेखर राय से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा और मांग की कि दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएं, प्रतिमा की स्थापना एक सप्ताह में करवाई जाए और दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई हो। साथ ही चेतावनी दी कि मांग पूरी न होने पर समाजवादी पार्टी आंदोलन करेगी।

इसी मुद्दे को लेकर आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष राजेंद्र कुमार गौतम के नेतृत्व में भी सैकड़ों समर्थकों के साथ जिलाधिकारी कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए इसे दलित विरोधी मानसिकता बताया। उन्होंने भी दोषियों पर कार्रवाई और प्रतिमा की पुनः स्थापना की मांग रखी। पार्टी नेताओं ने कहा कि यह केवल एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि पूरे समाज के सम्मान का मामला है।

आजाद समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी के इस संयुक्त विरोध से मामला और गरमाता जा रहा है। दोनों दलों ने प्रशासन को चेताया है कि यदि न्याय नहीं मिला, तो वे बड़ा जनांदोलन करेंगे।

error: Content is protected !!
Open chat
Join Kapil Vastu Post
15:56