इन्डो नेपाल बॉर्डर – बी ओ पी खुनुवां में सिलेंडर फटने से लगी भीषण आग बर्तन की दुकान बरबाद , नेपाल की फायर ब्रिगेड गाड़ियाँ मौके पर सहायता के लिए पहुंची
संजय पाण्डेय खुनुवा, सिद्धार्थनगर
शोहरतगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत खुनुवा बाजार में कल रात सिलेंडर के फटने से बर्तन की दुकान मे आ लग गई लाखों की क्षति हुई, जिसमें जेवर, नगदी,व बर्तन आदि भारी मात्रा में सामान जलकर खाक हो गया। खुनूवा कस्बे में अंजुम मोदनवाल के घर से आग लगी जिसमें 4लाख का जेवर व 2.5लाख की नगदी तथा अन्य सामान जलकर खाक हो गया|
जिसमें घर में गैस सिलेंडर फट गया ,और उसी के चलते आग और बेकाबू हो गया, जिससे बगल के बर्तन ब्यवसायी राहुल कसौधन के दुकान में आग फफक कर 12से 15लाख का नुकसान हो गया, उसी से सटे पशुपति कसौधन का भी बर्तन का दुकान था,उसे भी आग अपने आगोश में ले लिया, और 18से 20लाख रूपये कीमत का बर्तन आदि जलाकर खाक कर दिया, यह दोनों ब्यवसायी चिल्हिया निवासी थे,जो खुनुवा में किरायेदार होकर बर्तन का दुकान चलाते थे |
वहीं ठीक उन्हीं दुकानदारों के सटे बर्तन ब्यवसायी विशाल कौशल निवासी शोहरतगढ़ के दुकान को भी आग का शिकार होना पड़ा, जिसमें 7 से 8लाख का रूपये के कीमत का बर्तन ,आदि जलकर खाक हो गया, तीनों दुकानदारों के यहां आग से बर्तन में भगवना,स्टील ,सिलवर,व फूल आदि धातुओं से निर्मित बर्तन के साथ काउंटर, अड्डा सभी जल गयें हैं,जिससे भारी क्षति हुई है।
घटना वृहस्पतिवार रात लगभग 8.30 बजे की है,मकान मालकिन अंजुम मोदनवाल के यहां से शुरू हुआ था।घटना की सूचना मिलते ही मिनी फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंची, लेकिन आग का कहर इतना भयंकर हो चुका था,कि उसका असर दिख नही पा रहा था
कुछ ही पल में पड़ोसी मुल्क नेपाल के कपिलवस्तु जिला तौलिहवा से फायर ब्रिगेड की गाड़ी सूचना पाकर पहुंचा, तब काबू पाने में मदद मिली,लेकिन पानी खत्म होते लोगों में निराशा तो आई,यों ही फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां सिद्धार्थनगर मुख्यालय से पहुंचने पर ,और ग्रामीणों व सुरक्षा के जवानों की काफी मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह से काबू पा तो लिया गया, लेकिन तबतक बहुत देर हो चुका था,सब जलकर खाक हो गया, और लोग देखते ही रह गये |
इस मौके पर खुनुवा चौकी इंचार्ज महेन्द्र चौहान अपने दलबल के साथ वहां पहुंचे हुए थे,साथ ही नेपाल ए.पी.एफ.के इंस्पेक्टर शंकर सिंह सरदार, अपने साथियों के साथ, और भारत के एस.एस.बी.चेकपोस्ट कमांडर रमेश कुमार सिंह अपने जवानों के साथ ,ग्रामीणों के साथ काफी मेहनत कर आग पर काबू पाने में अहम भूमिका निभाई ।