शरद मेले में जमकर हुई खरीददारी ,महिलाओं के हौसले बढे
devendra Srivastav
उसका बाजार सिद्धार्थनगर। बुद्धभूमि सिद्धार्थनगर जनपद के महापर्व “सिद्धार्थनगर महोत्सव” में आयोजित तथा नाबार्ड द्वारा प्रायोजित शरद मेले में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने अपने स्थानीय उत्पादों की खूब बिक्री किया और व्यापारिक कार्य कुशलता से अपनी आजीविका सञ्चालन की निहित प्रतिभा का लोहा मनवाया। इस शरद मेले में समूह की महिलाओं ने स्थानीय लोगों की खास सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए जिन उपयोगी सामानों के स्टॉल लगाए, उन्हे देखकर सहज महसूस किया जा सकता है कि इन्होंने बाजार की जरूरत नही, बल्कि लोगों के जरूरत का बाजार लगाया था।

आधुनिकता की दौड़ में बाजारू चकाचौंध को छोड़कर देशी और हस्तनिर्मित सामानों को ग्राहकों ने खूब पसंद किया व खरीदा भी।मेले के चौथे दिन तक सभी दुकाने खाली हो गयीं।ऐसे में समूह की महिलाओं में हर्ष के साथ इस बात की बेचैनी भी देखने को मिली कि काश और लाये होते तो ज्यादा कमाने का अवसर था।

इस शरद मेले का उद्घाटन करते हुए सदर विधायक श्यामधनी राही ने कहा कि हमारी सरकार महिलाओं के आर्थिक स्वावलंबन के लिए प्रतिबद्ध है।इसके लिए अनेकों योजनायें संचालित की जारही है| जिसके परिणाम स्वरुप आज गाँवो में गठित विभिन्न महिला स्वयं सहायता समूह जनपद के इस शरद मेले में महिलाएँ बाजार की प्रतिस्पर्धा को मात देकर आगे निकल रही हैं। गौरतलब है कि जिले चौदह विकास खंडो से राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत प्रोत्साहित स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने इस शरद मेले में स्थानीय उत्पादों के 20 स्टाल लगाया। जिसमे टेराकोटा खिलौने , मूर्तियाँ, केले के रेशे से बने पर्यावरण मैत्रिक उत्पाद, साजसज्जा, जैम, जेली आचार मुरब्बा, इलेक्ट्रिक झालर, गोबर और पंचगव्य से बने शुद्ध धूपबत्ती, साबुन, कालानमक चावल आदि के दुकानों से कुल 5 लाख 23 हजार रुपये की बिक्री हुए।

इस शरद मेला में पहुँचे राज्यसभा सांसद एवं पूर्व डीजीपी बृजलाल जी एवं उनकी पत्नी सरोज ने भी जमकर खरीददारी किया। उन्होंने कहा समूहों के माध्यम से महिलाओं के आर्थिक स्वावलंबन हेतु सरकार एवं नाबार्ड का प्रयास बेहद सराहनीय है। महिलाओं के आत्मनिर्भर होने से ही देश का सर्वांगीण विकास सम्भव होगा। ऐसे मेले का आयोजन होने से समूह अपने लोक लुभावने देशी हुनर को प्रदर्शित कर पारही हैं।सांसद दंपत्ति ने इस मौके पर समूह के विभिन्न स्टॉलो पर महिलाओं का हौसला अफजाई करते हुए लगभग 21 हजार रूपये की खरीददारी दुकानों से किया।समूह की महिलाओं की आजीविका हेतु किए जारहे प्रयासों और हुनर को देख राज्यसभा संसाद इतना प्रभावित हुए कि महिलाओं के आग्रह पर उन्होंने पुलिस अधीक्षक से दूरभाष पर वार्ता कर महोत्सव का मध्य गेट भी खुलवा दिया। जिससे कि आवागमन बढ़ने के साथ साथ साथ समूह के स्टालों पर बिक्री में चौगुना की हुई।
इस अवसर पर बृजराज सहानी (डीडीएम नाबार्ड) शरद मेला आयोजक संस्था गौतम बुद्ध जागृति समिति के सचिव श्रीधर पाण्डेय, जिलाविकास अधिकारी शेषमणि सिंह, उपकृषि निदेशक अरविन्द कुमार, जिलापूर्ति अधिकारी बृजेश मिश्र, परियोजना निदेशक, उपायुक्त राष्ट्रीय आजीविका मिशन योगेन्द्र भारती, विमलेश कुमार सहित तमाम जनपदीय अधिकारियो ने भी अपने जरूरत के सामानों की खरीददारी किया।शरद मेला में भागीदारी निभा रही समूह मुखिया रानी मिश्र, मंजू गुप्ता, सुनील कुमार, रवि कुमार आदि की भूमिका विशेषरूप से उल्लेखनीय रही।