कालानमक चावल उत्पादन एवं निर्यात प्रोत्साहन के लिए तीसरी बार सम्मानित हुए श्रीधर पाण्डेय

devendra srivastav

उसका बाजार सिद्धार्थनगर। बुद्धभूमि सिद्धार्थनगर जनपद के एक छोटे से कस्बा (उसका बाजार) से निकलकर समाजसेवा, शिक्षा,स्वास्थ्य और आपदा प्रबंधन के साथ साथ एक जिला एक उत्पाद के रूप में काला नमक चावल को देश दुनिया में पहचान दिलाने में सफल प्रयास के लिए युवा समाजसेवी श्रीधर पाण्डेय को उत्तर प्रदेश के मुख्ययमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों तीसरी बार सम्मानित होने का मौका मिला।

इस दौरान रिपोर्टर से बात करते हुवे श्रीधर पाण्डेय ने शेर कहकर बताया कि
लाख दलदल हो ,पाँव जमाए रखिये,
हाथ खाली ही सही,ऊपर उठाये रखिये,
कौन कहता है छलनी में,पानी रुक नही सकता, बस बर्फ बनने तक, हौसला बनाये रखिये…..
कोई भी प्रयास यदि सच्चे मन से किया जाये तो देर सबेर उसका परिणाम मिलता ही है।मात्र 18 वर्ष के अल्पायु में वर्ष 1993 में एक सामान्य परिवार निकलकर समाजसेवा का संकल्प लेकर चलने वाले जिस होनहार युवा को तीन बार सूबे के मुख्ययमंत्री और एक बार राज्यपाल से सम्मान के साथ साथ कई प्रांतीय और क्षेत्रीय स्तर के सम्मान प्राप्त हुआ हो वह किसी भी सामान्य पृष्ठभूमि के व्यक्ति के लिए गौरव की बात है।

एक ओर सिद्धार्थनगर जनपद का नाम जहाँ पूरी दुनिया भगवान गौतमबुद्ध की जन्मस्थली के रूप में ख्यातिलब्ध और पूज्य है वहीं दूसरी ओर इस युवा समाजसेवी की मेहनत,लगन और जूनून के चलते जिले में चावलों का राजा कहा जाने वाला सुगंधित काला नमक चावल आज पूरी दुनिया में अपनी सुगंध बिखेर रहा है।

ब्रिटिश हुकूमत में इसी ऐतिहासिक क़स्बा उसका बाजार से जलमार्ग (कूड़ा नदी) से नाव द्वारा विदेशों को चावल निर्यात किया जाता रहा।किन्तु आजादी के पाँच दशक बाद तक भी काला नमक चावल एक दायरे में सिमट कर रहगया था।जिसे वर्ष 2001 में पुनः सम्मान दिलाने के लिए समाजसेवी श्रीधर पाण्डेय ने प्रदेश और देश स्तर पर इसकी वकालत शुरू किया।

साथ ही कालानमक धान के बीज की आनुवांशिक शुद्धता को बनाये रखने हेतु बीज संरक्षण एवं उत्पादन के लिए किसानों के साथ सघन प्रयास शुरू किया।इसमें क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियो यथा सांसद और विधायक का भी उल्लेखनीय सहयोग मिला।जिसके चलते वर्ष 2018 में कालानमक चावल एक बार पुनः केंद्र और राज्य सरकार के प्रमुख ध्यानाकर्षण का केंद्र बना तथा “एक जिला एक उत्पाद” जैसी सरकार के महत्वाकांक्षी योजना का अंग बनकर सिद्धार्थनगर जनपद के मुख्य उत्पाद के रूप में चुना गया।

इस सफलता के बाद 2 मई 2018 को सूबे के मुख्ययमंत्री माननीय योगी आदित्यनाथ द्वारा इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान,लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान युवा समाजसेवी श्रीधर पाण्डेय को पहली बार संम्मानित होने मौका मिला।

जनपद के इस खास किस्म के धान कालानमक को वैश्विक पटल पर पहचान दिलाने के लिए अभूतपूर्व योगदान चलते काला नमक चावल का उत्पादन क्षेत्रफल 2000 हेक्टेयर से बढ़कर 15000 हेक्टेयर तक पहुँच गया।सिर्फ इतना ही नहीं जनपद में काला नमक की खेती करने से किसानों के उत्पादन लागत को कम करते हुए आमदनी लगभग दोगुना से भी ज्यादा सुनिश्चित होगयी।

आज स्थिति यह है कि फ्लिपकार्ट,अमेजॉन और वालमार्ट जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से लगायत पूरी दुनिया में कालानमक की खुश्बू फ़ैलने लगी है।वह दिन दूर नही जब आने वाले समय में बासमती की तुलना में एक खास ब्राण्ड बनेगा।

जिसका उत्पादन पूर्वान्चल के सिर्फ 11जनपद ही कर पाएंगे।इस चावल को विशेष पहचान जीआई टैग प्राप्त है। कालानमक के उत्पादन और विस्तार को अपनी कड़ी मेहनत और हौसलो से ऊंचाई देने में समाजसेवी श्रीधर पाण्डेय ने जो योगदान दिया उसकी बिना पर 1 फरवरी 2023 को दूसरी बार सूबे के मुख्ययमंत्री से सम्मानित होने का गौरव प्राप्त हुआ।

कालानमक की खेती को अपनी मेहनत लगन और जूनून से नई पहचान देने में जुटे श्रीधर पाण्डेय को गत दिवस इंट्रीग्रेटेड मैंगो पैक हॉउस ,करखियांव वाराणसी में तीसरी बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा सम्मानित किया गया।

इस प्रकार कालानमक चावल के उत्पादन एवं निर्यात प्रोत्साहन के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान हेतु श्रीधर पाण्डेय को तीन तीन बार मुख्ययमंत्री सम्मान प्राप्त हुआ।गौरतलब है कि तीसरी बार इस युवा समाजसेवी श्रीधर पाण्डेय को इंटीग्रेटेड मैंगो पैक हॉउस करखियांव वाराणसी से आम ,मिर्चा और सब्जियों का कंटेनर दुबई,ओमान और सऊदी अरब को एक्पोर्ट के लिए हरी झण्डी दिखाकर उद्घाटन अवसर पर प्रदेश के मुख्ययमंत्री द्वारा एक्सपोर्ट प्रमोशन के लिए सम्मानित किया गया।

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