डायलिसिस की नि:शुल्क सुविधा मेंहदी हसन को दे रही नई जिंदगी
आयुष्मान भारत योजना के तहत जिला अस्पताल में करा रहे इलाज सप्ताह में दो बार योजना के तहत होती है नि:शुल्क डायलिसिस जिले में सिर्फ जिला अस्पताल में है डायलिसिस की सुविधा
रामानन्द पांडेय / सिद्धार्थनगर
जिले के मिठवल क्षेत्र के पठनपुरवा गांव के 60 वर्षीय मेंहदी हसन को आयुष्मान भारत योजना के तहत मिल रही नि:शुल्क डायलिसिस की सुविधा उन्हें नई जिंदगी दे रही है। वह सप्ताह में दो बार योजना के तहत जिला अस्पताल पहुंच कर नि:शुल्क डायलिसिस का लाभ उठा रहे हैं। जिले में सिर्फ जिला अस्पताल में ही डायलिसिस की सुविधा होने से मेंहदी हसन जैसे अन्य मरीजों के लिए भी डायलिसिस की सुविधा वरदान बनी है।
मेंहदी हसन बताते हैं कि लगभग आठ साल पहले वर्ष 2014 में उनकी दोनों किडनी में पथरी होने की जानकारी हुई। इससे पीड़ा होने पर दिल्ली में तीन बार ऑपरेशन कराए, लेकिन राहत नहीं मिली। वर्ष 2016 में भी बस्ती जिले में एक निजी चिकित्सक से ऑपरेशन कराया। ऑपरेशन के बाद दोनों किडनी ने काम करना बंद कर दिया। चिकित्सक ने डायलिसिस की सलाह दी, लेकिन गरीबी में पैसे की दिक्कत से परेशानी होने लगी। किसी तरह दिल्ली में डायलिसिस कराते रहे। जब आयुष्मान भारत योजना में अंत्योदय कार्डधारकों को शामिल किया गया तो डायलिसिस पर खर्च हो रहे पैसे की दिक्कत से राहत मिल गई।
उन्होंने बताया कि अंत्योदय कार्डधारकों को योजना में शामिल होने की जानकारी होते ही मिठवल सीएचसी पर आयुष्मान मित्र से संपर्क कर आयुष्मान कार्ड बनवाए। इसके बाद डायलिसिस के लिए जिला अस्पताल से संपर्क किया। पिछले डेढ़ साल से अधिक समय से जिला अस्पताल में उनकी सप्ताह में दो बार डायलिसिस योजना के तहत नि:शुल्क डायलिसिस हो रही है। प्रति सप्ताह दो बार की डायलिसिस पर 3300 रुपये खर्च हो रहे हैं। यह खर्च योजना से लिए जा रहे हैं।
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पांच लाभार्थियों का चल रहा डायलिसिस
जिला अस्पताल में आयुष्मान भारत योजना के तहत पांच लाभार्थियों का नि:शुल्क डायलिसिस हो रहा है। इसमें मरीज को जरूरत के हिसाब से सप्ताह में दो से तीन बार बुलाकर नि:शुल्क डायलिसिस की सुविधा मुहैया कराई जा रही है।
दिल्ली में डायलिसिस के 1500, दूरी पर बढ़ते थे खर्च
मेंहदी हसन बताते हैं कि दिल्ली में डायलिसिस के 1500 रुपये प्रति बार खर्च होते थे। घर से दिल्ली की दूरी होने के चलते खर्च और बढ़ जाता था। जिले में योजना के तहत 1650 रुपये प्रति डायलिसिस निर्धारित है, लेकिन यह खर्च सरकारी होने से चिंता से मुक्ति मिल जाती है।
आयुष्मान भारत योजना के तहत मरीजों को नि:शुल्क डायलिसिस की सुविधा जिला अस्पताल में उपलब्ध कराई जा रही है। इस समय पांच मरीज इस सुविधा का लाभ ले रहे हैं। इसके अलावा अन्य बीमारी के मरीजों का भी जिला अस्पताल व पंजीकृत प्राइवेट अस्पतालों में इलाज कराया जा रहा है।
डॉ. लक्ष्मी सिंह, जिला समन्वयक (आयुष्मान भारत योजना)
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अब तक योजना एक नजर में-
बने आयुष्मान कार्ड- 1.89 लाख
उपचार कराए मरीज- 8382
उपचार पर खर्च बजट- 7.05 करोड़