सिद्धार्थ नगर – पशुओं में लमपी रोग निवारण के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
इन्द्रेश तिवारी
पशुपालन विभाग जनपद सिद्धार्थनगर द्वारा विकास भवन सभागार में आयोजित लम्पी स्किन डिजिज कार्यशाला आयोजित की गई l जिसमें मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ एमपी सिंह सहित जनपद के सभी उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, पशु चिकित्सा अधिकारी एवं पशुधन प्रसार अधिकारी उपस्थित रहे l लंपी स्किन डिजीज कार्यशाला को संबोधित करते हुए मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ एमपी सिंह ने कहा कि लंपी स्किन डिजिज वायरस से फैलने वाली एक बीमारी है जिसकी मृत्यु दर कम है लेकिन दुग्ध उत्पादन में कमी आ जाती है तथा पशुपालक की आय भी प्रभावित हो सकती है l लम्पी स्किन डिजीज वायरल डिजीज है, लंपी डिजिज बीमारी से प्रभावित पशुओं के लक्षण में तेज बुखार,नाक और मुंह से श्राव आना तथा पशु धीरे-धीरे कमजोर होने लगता हैl कार्यशाला को संबोधित करते हुए डॉ बलराम चौरसिया ने बताया कि इस बीमारी से घबराने की जरूरत नहीं है lपशुओं में इस बीमारी को चिन्हित होने पर एरिया को कबर्ड कर दिया जाता है तथा नजदीकी पशु अस्पताल से तुरंत संपर्क करके इसको इलाज के माध्यम से रोका जा सकता है l इस बीमारी से प्रभावित पशुओं में जगह-जगह गाँठे बन जाती है एवं घाव होने लगता है l देसी नुकसा अपनाया जा सकता है l गांठ एवं घाव को नीम की पत्ती से धोया भी जा सकता है एवं पशुओं को नीम की पत्ती तथा गिलोय भी खिलाया जा सकता है l कार्यशाला को संबोधित करते हुए डॉ महेंद्र तिवारी ने बताया कि जनपद में संचालित गौशालाओं पर विशेष निगरानी रखने की जरूरत है क्योंकि गौशालाओं पर गोवंश कई जगह से एक जगह एकत्रित होते हैं l लंपी डिजीज का ट्रांसलेशन मच्छर, किलनी,मक्खी, एक दूसरे के संपर्क में आने से ही होता है l प्रभावित पशुओं को तुरंत आइसोलेट करना चाहिए l गौशालाओ पर इसकी रोकथाम के लिए गौशालाओं पर दवा का छिड़काव, सोडियम हाइपोक्लोराइट का छिड़काव तथा चुना,फिनायल इत्यादि का प्रयोग करते रहना चाहिए l अंत में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ एमपी सिंह ने विभाग से संबंधित अन्य बिंदुओं जैसे सहभागिता योजना,भूसा सर्वेक्षण, पोषण मिशन,ब्रस्सेला टीकाकरण और गौ संरक्षण योजना इत्यादि पर भी प्रकाश डाला l
कार्यशाला का संचालन पशुधन प्रसार अधिकारी अरुण कुमार प्रजापति ने किया l इस बीमारी से प्रभावित पशुओं का ब्लड सैंपल जांच के लिए बरेली एवं मथुरा लैब में प्रदेश सरकार द्वारा चिन्हित किया गया है l उक्त कार्यशाला में उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर आरबी यादव,डॉ पी के सिंह,पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ महेंद्र तिवारी,डॉ जावेद अहमद,डॉ जे एल चौधरी, डॉक्टर प्रभाकर विक्रम सिंह, पशुधन प्रसार अधिकारी दिवाकर मिश्रा,रमेश चंद, अरुण कुमार,अरविंद चौधरी सहित अन्य अधिकारी गण उपस्थित रहे l