बाल अधिकारी एवं मानव तस्करी की रोकथाम के लिए ग्रामीणों को किया गया जागरूक
जे पी गुप्ता
सिद्धार्थनगर। भारत नेपाल बॉर्डर के सीमाई क्षेत्र दूल्हा शुमाली के ककरहवा एव फ़सादीपुर में ग्रामीणों को शिक्षा, स्वास्थ्य, कोरोना से बचाव, बाल अधिकार, मानव तस्करी की रोकथाम एव महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सोमवार को मानव सेवा संस्थान ‘सेवा’ द्वारा जागरूकता अभियान चलाया गया।
जागरूकता कार्यक्रम में मुख्य रूप से एएचटीयू एसएसबी 66 वी वाहिनी एव एसएसबी की सीमा चौकी ककरहवा के जवानों ने सहभागिता किया।
ग्रामीणों को जागरूक करते हुए एएचटीयू एसएसबी टीम के निरीक्षक ताशी पलदन ने बताया कि सीमाई क्षेत्रों में शिक्षा का अभाव होने के कारण लोग आगे नही बढ़ पाते, इसलिए शिक्षा बहुत आवश्यक है, हम सभी की जिम्मेदारी है कि बच्चो को शिक्षित कर उन्हें आगे बढ़ाए, क्यंकि बच्चे ही कल के भविष्य है, यदि बच्चे शिक्षित रहेंगे तो उन्हें कोई बहला फुसला कर कही नहीं ले जा सकता और न ही कोई उनके अधिकारों का दुरुपयोग कर सकता है। इसलिए शिक्षा जीवन के लिए सबसे अहम है। मानव तस्करी से बचने के लिए हम सभी को एलर्ट रहना होगा जिससे मानव तस्कर के चंगुल में कोई भी न फसने फाये। लोगो को जागरूक करते हुए एएचटीयू एसएसबी के एएसआई पी आर चंद ने कहा कि किसी भी नौकरी के लिए योग्य होना जरूरी होता है, इसलिए यदि आप शिक्षित अपने बच्चो को बनाएंगे तो बच्चा हमेशा आगे बढ़ते जाएंगे, कोरोना का प्रसार बढ़ रहा है इसलिये आप सब मास्क का प्रयोग जरूर करें तथा हमेशा साबुन से हाथ धुलते रहे और सेनेटाइज भी करते रहिए और वैक्सीन जरूर लगवाए।
उन्होंने कहा कि बच्चो का पढ़ाई, खेल, अभिव्यक्ति इत्यादि का अधिकार है, और यह सब अधिकार बच्चो को दिया जाए जिससे बच्चे आगे बढ़े। एएसआई कृष्ण गोपाल दास ने बताया कि एसएसबी में भी महिलाओं के लिए वैकेंसी आई है उसको महिलाएं फॉर्म भर कर योग्यता के आधार पर नौकरी पा सकती है। एएचटीयू एसएसबी की महिला कांस्टेबल ने जागरूक करते हुए कहा कि महिलाएं भी किसी से कम नही होती हैं, इसलिए योग्य बनिए और अपनी योग्यता के अनुसार आगे बढिए।
उन्होंने कहा की मानव तस्करी रोकने के लिए एसएसबी द्वारा लगातार प्रयास रहता है कि कोई इसका शिकार न हो सके। उन्होंने कहा कि सभी माता पिता का दायित्व है कि अपने बच्चो का ख्याल रखें, उन पर नजर रखे और अनजान व्यक्ति के साथ कही न भेजे और न ही किसी प्रलोभन में बच्चो को कहीं भेंजे। ग्रामीणों को जागरूक करते हुए मानव सेवा संस्थान के केंद्र प्रभारी जय प्रकाश गुप्ता ने बताया की मानव तस्करी एक संगठित अपराध है, इसमें मानव तस्कर बच्चों को नौकरी देने के नाम पर या किसी प्रकार का प्रलोभन देकर उन्हें ले जाकर कही बेच देते हैं, उनके शरीर का पार्ट निकलवाकर बेच देते हैं, बीख मंगवाते है तथा बच्चियों को भी शादी एव अच्छे जीवन शैली का प्रलोभन देकर बाहर ले जाकर उन्हें गर्त में ढकेल देते है। इसलिए हम सब को सजग रहकर अपने बच्चो को कही भेजने से पहले पूरी तरह से जांच पड़ताल कर संतुस्ट हो लें तभी कदम आगे बढ़ाएं। इसके अलावा जागरुकता कार्यक्रम में लोगो को एसएसबी, पुलिस, एम्बुलेंस, इत्यादि जरूरी टोल फ्री नम्बरो की जानकारी दी गई तथा प्रवासियों को यात्रा के दौरान जरूरी दस्तावेज के बारे में भी जानकारी दी गई। जागरूकता कार्यक्रम में एसएसबी के अखिलेश यादव, ककरहवा चौकी के इंद्रजीत एवं मानव सेवा संस्थान के जीवन माया श्रीवास्तवा, आकांक्षा वर्मा, विष्णु यादव, सन्नू कुमार, संदीप कुमार, बीपी आदि लोग शामिल रहे।