शिव नाडर फाउण्डेशन की पहल जनपद सिद्धार्थनगर के विकास भवन सभागार में तीन दिवसीय आई.सी.टी.आधारित प्रशिक्षण का समापन शनिवार को हुआ। जिसमे मुख्य विकास अधिकारी जयेंद्र कुमार ने प्रशिक्षण में प्रतिभाग करने वालों को प्रमाण पत्र वितरित किया।
मुख्य विकास अधिकारी जयेन्द्र कुमार ने प्रतिभागियों से तीन दिवसीय प्रशिक्षण में सीखे गए तथ्यों का फीडबैक लेते हुए बच्चों के अवधारणात्मक स्पष्टता हेतु बहुत ही संतुलित रूप में आईसीटी के उपयोग करने की बात कही। उन्होंने कहा कि आज का दौर डिजिटलाइजेशन का है। गुणवत्तापरक शिक्षा के लिए तकनीकी का उपयोग आवश्यक है। जनपद के विद्यालयों में शिव नाडर फाउण्डेशन के योगदान के लिए सराहना की। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेन्द्र कुमार पाण्डेय ने कहा कि शिक्षक आईसीटी के उपयोग से बच्चों को सहज व रोचक वातावरण में शिक्षा के स्तर में सुधार के साथ साथ बच्चों के नामांकन और उपस्थिति को भी बढा सकते हैं।
यह प्रशिक्षण बेसिक शिक्षा विभाग व शिव नाडर फाउण्डेशन के संयुक्त तत्वावधान में संचालित हुआ। जनपद के सभी ब्लाकों से दो-दो एआरपी और ब्लॉक गुणवत्ता समन्वयक को प्रशिक्षक करुणापति त्रिपाठी, महेन्द्र कुमार यादव व अंशुमान सिंह ने बेसिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश द्वारा प्रकाशित कक्षा 1 व 2 की भाषा व गणित कीपाठ्यपुस्तकों और कार्यपुस्तिकाओं के प्रकरणों पर डिजिटल सामग्री तैयार की है। सीएमएस आधारित कंटेंट में पुस्तकों की अवधारणाओं को वीडियो व अभ्यास कार्य के माध्यम से बहुत ही रोचक व मनोरंजक तरीके जानकारी दी।
शिव नाडर फाउण्डेशन ने जनपद में दो वर्षों से सूचना एवं संचार तकनीक पर आधारित शिक्षा इनीशिएटिव नामक कार्यक्रम शुरू किया जिससे बच्चे लाभान्वित हो रहें हैं। शिव नाडर फाउण्डेशन के जिला समन्वयक कार्तिकेय पाण्डेय , कमलेश मौर्य व अनूप कुमार ने प्रशिक्षण के तकनीकी सत्र में प्रतिभागियों को सीएमएस की विस्तृत जानकारी दी।
प्रशिक्षण में एसआरजी अपूर्व श्रीवास्तव, दयाशंकर पाण्डेय, एआरपी संघशील बौद्ध, अनुपम सिंह, मुस्तन शेरुल्लाह, अरविंद आर्या, सुरेंद्र प्रसाद, मुश्ताक अहमद, राघवेन्द्र कुमार, मनोज पाण्डेय, कुमार शिवम, अरविंद कुमार,अभिषेक शुक्ला, हेमंत गुप्ता, सौरभ सिंह, चंद्रभान अरुण, ब्लॉक क्वालिटी समन्वयक आशीष कुमार सिंह, आशिक़ रजा, शैलेष श्रीवास्तव, अरविंद श्रीवास्तव, स्वतंत्र पाठक आदि मौजूद रहे।