6 जनवरी वृहस्पतिवार को सिद्धार्थ विश्वविद्यालय में आयोजित होगी शोध पात्रता परीक्षा
जे पी गुप्ता
सिद्धार्थनगर। सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु सिद्धार्थनगर में आगामी 6 जनवरी को शोध पात्रता परीक्षा आयोजित है। शोध करने वाले विद्यार्थियों एवं शोध कराने वाले शिक्षकों दोनों ही दृष्टि से यह परीक्षा सिद्धार्थ विश्वविद्यालय परीक्षेत्र में शोध की दिशा में बड़ा कदम है। उच्च शिक्षा की गुणवत्ता शोध पर आधारित होती है। किसी भी संस्थान के मानक का निर्धारण उस संस्थान में शोध के माध्यम से नए अन्वेषण और खोज पर ही आधारित होती है।
सिद्धार्थ विश्वविद्यालय शैक्षिक दृष्टि से पिछड़े हुए जिले में स्थित होने के बावजूद विश्वविद्यालय का यह प्रयास होगा की उच्च शिक्षा के क्षेत्र में विश्वविद्यालय एक मानक संस्थान के रूप में स्थापित हो। शोध क्षेत्र में आगे बढ़ने में शोध पात्रता परीक्षा मील का पत्थर साबित होगी। उक्त बातें सिद्धार्थ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर हरि बहादुर श्रीवास्तव ने शोध पात्रता परीक्षा के संदर्भ में जारी प्रेस विज्ञप्ति में कही है।
विदित है कि जब से प्रोफेसर हरि बहादुर श्रीवास्तव कुलपति के रूप में विश्वविद्यालय में नियुक्त हुए हैं तभी से निरंतर शोध और अन्वेषण को लेकर न केवल तत्पर है अपितु चुनौतियों के बावजूद सकारात्मक प्रयास के माध्यम से निरंतर शिक्षा की गुडवत्ता के क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं। कुलपति ने शुचिता पूर्ण और व्यवस्थित परीक्षा कराने के सभी निर्देश दिए हैं। साथ ही उन्होंने सभी परीक्षार्थियों को सफलता हेतु शुभकामना भी दी है। शोध पात्रता परीक्षा की तैयारी बैठक में परीक्षा समन्वयक प्रोफेसर सुशील तिवारी ने बताया की सोच पात्रता परीक्षा हेतु कुल 1788 आवेदन ऑनलाइन प्राप्त हुए थे। जिसमें से 1320 अभ्यर्थियों ने भुगतान किया और जांच उपरांत 1312 अभ्यर्थी परीक्षा योग्य परीक्षा हेतु योग्य पाए गए। जिसमें से 833 अभ्यर्थी लिखित परीक्षा में सम्मिलित होंगे शेष 479 अभ्यर्थी सीधे साक्षात्कार देंगे।
क्योंकि उन्हें नेट स्लेट इत्यादि से लिखित परीक्षा से छूट दी गई है। उनके साक्षात्कार के 60 अंक को 200 अंक के स्केल में परिवर्तित कर दिया जाएगा। तदोपरांत विषय एवं संवर्ग बार मेरिट बनाई जाएगी। शोध पात्रता परीक्षा में 20 विषय के अभ्यर्थी सम्मिलित होंगे। सुबह की पाली में 15 विषय की परीक्षा होगी जबकि सायंकाल पाली में पांच विषय के अभ्यर्थी परीक्षा देंगे। प्रो सुशील तिवारी ने बताया कि यदि किसी अभ्यर्थी की त्रुटिवश लिखित परीक्षा से छूट वाली श्रेणी में आवेदन हो गया है तो वह अविलंब शोध पात्रता परीक्षा समन्वयक से संपर्क कर त्रुटि को ठीक करा ले।
अन्यथा की दशा में वह परीक्षा में सम्मिलित नहीं हो पाएंगे। लिखित परीक्षा से छूट केवल विवरणिका में उल्लिखित तीन श्रेणियों के अभ्यर्थियों को ही दी गई है। शोध पात्रता परीक्षा के सह समन्वयक प्रोफेसर हरीश कुमार शर्मा एवं डॉक्टर पूर्णेश नारायण सिंह ने संयुक्त रूप से बताया कि परीक्षा की सभी तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं। निर्धारित तिथियों समय पर सकुशल परीक्षा संपन्न होगी। उक्त जानकारी डॉ अविनाश प्रताप सिंह ने दी है।