एक्ने [ acne ] चेहरे पार लाल काले दाने और धब्बे क्या हैं और क्यों निकलते हैं मुंहांसे ?
किशोरा अवस्था जवानी के दिनों में अक्सर लड़के लड़कियों के चेहरे पर लाल काले दाने निकलने लगते हैं जिसे लेकर युवा अपने खूबसूरत चेहरे पर यह दाग देखकर दुखी हो जाते हैं और अपने तौर पर इलाज ढूँढने लगते हैं और सही इलाज न मिल पाने से उनके चेहरे पर दाग धब्बे बन जाते हैं और चेहरा काला पड़ने लगता है |
आज इन्हीं सब मामलों को लेकर डॉक्टर ऑफ द मंथ में dermitologist [ स्किन केयर विशेषज्ञ ] डॉ अफरोज आलम से जानेंगे मुहांसों से छुटकारा पाने का सही तरीका ……….डॉक्टर अफरोज एक चर्म रोग विशेषज्ञ हैं AIIMS और KGMU LUCKNOW में अपनी सेवाएं दे चुके हैं और शोहरतगढ़ स्थित डॉक्टर अंसारी हॉस्पिटल पर प्रत्येक रविवार अपनी सेवा देते हैं पेश है उनसे ख़ास बातचीत
डॉक्टर साहब लड़के और लड़कियों के चेहरे पर मुंहासे क्यों निकलते हैं ?
देखिये आमतौर पर यह यह एक कुदरती प्राकृतिक प्रक्रिया है जिसे रोका नहीं जा सकता है मुंहासे जवानी के दिनों में शरीर में हारमोंस की घटती बढती वैल्यू के हिसाब से निकलते हैं | यह एक प्रकार से जवान होने का SYMPTOM के तौर पर भी देखा जाता है हमारे समाज में |
डॉक्टर साहब मुंहासे जब प्राकृतिक हैं तो फिर इसके इलाज की जरूरत क्या है ?
ऐसा नहीं है की इसके इलाज की जरूरत नहीं हैं मुंहासे निकलने के बाद काला दाग , धब्बा और एक गाँठ की तरह चेहरे पर दिखाई देने लगते हैं यह चेहरे की ख़ूबसूरती पर दाग लगा देता है | इलाज के सही तरीकों से मुंहांसे को फैलने से रोका जा सकता है और लाल काले दानों और उनके दाग को ख़त्म किया जा सकता है |
डॉक्टर साहब क्या खाने पीने और दिनचर्या बदलने से इससे बचा जा सकता है क्या यह लाभकारी है ?
आप की जो मर्जी खायें पीयें इससे मुहांसों निकलने से कोई लेना देना नहीं है | मुहांसे निकलते रहेंगे |
मुंहांसे निकलने के बाद चेहरे पर लाल काले दाने और धब्बे क्यों पड़ जाते हैं ?
मुंहासे की समस्या तब पैदा होती है जब प्राकृतिक रूप से हमारी त्वचा [ स्किन ] से निकलने वाले ऑयल [ तेल या चिकनाई ] का उत्पादन तो बढ़ जाता है लेकिन स्किन सेल्स के फैलाव में कमी आ जाती है। इस स्थिति के कारण स्किन सेल्स ब्लॉक हो जाते हैं और उनमें मौजूद ऑयल वहीं रुक जाता है। और ऑयल के स्किन सेल्स में जमा होने के कारण बालों के रोम में मौजूद बैक्टीरिया पोर्स को बंद कर देता है, जिसके परिणामस्वरूप सूजन और मुंहासे हो जाते हैं। स्किन के अन्दर इस तेल के जमा होने से छोटे बड़े दाने बन जाते हैं और फिर सूखने के बाद काले दाग बन जाते हैं या दाने को जब फोड़ दिया जाता है तो चेहरे पर गड्ढे बन जाते हैं |
मुहांसे के लक्षण
मुंहासे आपकी स्किन यानी त्वचा पर मवाद या फिर बिना मवाद के छोटे- बड़े आकार के थक्के के रूप में दिखाई दे सकते हैं । ये थक्के अपना आकार बढ़ाते रहते हैं । मुंहासे चेहरे के उस हिस्से में ज्यादा होते हैं, जहां तेल ग्रंथियां अधिक सक्रिय होती हैं जैसे चेहरा, गर्दन, कंधे, छाती और पीठ का ऊपर वाला हिस्सा।
मुंहासों के प्रकार
1 – ब्लैकहेड्स: आपकी स्किन पर मौजूद ब्लैकहेड्स काले रंग के जिद्दी दाग होते हैं, जो डेड स्किन सेल्स और अतिरिक्त ऑयल के कारण स्किन पोर्स के खुल जाने पर होते हैं। इन पोर्स में मौजूद ऑयल, हवा के संपर्क में आने के कारण काला पड़ जाता है।
2 – व्हाइटहेड्स: व्हाइटहेड्स तब होते हैं, जब डेड स्किन सेल्स और ऑयल से पोर्स बंद हो जाते हैं।
3 – छोटे-छोटे थक्के (Papules): इस प्रकार के छोटे-छोटे लाल थक्के तब होते हैं जब आप अपने चेहरे को ज्यादा छूते हैं और इन्हें छूने पर दर्द होता है।
4 – पिंपल्स: इस प्रकार के छोटे-छोटे लाल थक्के आपकी स्किन पर एक सफेद टिप की तरह दिखाई देते हैं। जैसा कि नाम से ही पता चलता है कि पिंपल्स, मवाद से भरे होते हैं।
5 – गांठ (Nodules): इस प्रकार के मुंहासे आपकी स्किन में गहराई से छिपे होते हैं, जो काफी ठोस होते हैं।
6 – सिस्ट : सिस्ट, मवाद से भरी बड़ी गांठ होती है, जो मुंहासों का सबसे गंभीर रूप है और इससे आपकी स्किन पर स्थायी निशान पैदा हो सकते हैं।
मुंहासों से बचाव और इलाज
शरीर में होने वाले सामान्य हार्मोनल परिवर्तन से हुए मुंहासे को रोकना मुश्किल है, लेकिन यह काम बिल्कुल भी असंभव नहीं है। आप मुंहासे को बढ़ने की संभावनाओं को कुछ इस तरह कम कर सकते हैं ……
अपने चेहरे को रोजाना माइल्ड फेस क्लींजर और गर्म पानी से धोएं।
नियमित रूप से मॉइस्चराइजर का प्रयोग करें।
चेहरे को छूने से बचें।
जो लोग मेकअप करते हैं उन्हें “गैर-कॉमेडोजेनिक” लेबल वाले उत्पादों का उपयोग करना चाहिए ताकि वह उत्पाद आपके छिद्रों को अवरुद्ध न करें। सोने से पहले मेकअप को हटाना बहुत ही जरूरी है।
जीवनशैली में बदलाव ला सकता है मुंहासों में कमी
अगर आप कोई अच्छा स्किन केयर रूटीन फॉलो नहीं कर रहे हैं तो निश्चित रूप से मुंहासों का शिकार हो सकते हैं। इसलिए, जरूरी है कि आप एक सही और अच्छे स्किन केयर रूटीन को फॉलो करें या फिर जीवनशैली में निम्नलिखित उपायों को लागू करें ताकि आप मुंहासों के प्रकोप से बच सकें।
दिन में कम से कम दो बार अपना चेहरा जरूर धोएं। इसके अलावा, पसीना आने के बाद अपने चेहरे को जल्द से जल्द धो लें।
त्वचा पर हमेशा जेंटल, अल्कोहल फ्री प्रोडक्ट का इस्तेमाल करें। एक्सफोलिएंट्स, एस्ट्रिंजेंट और टोनर जैसे उत्पादों के उपयोग से बचें क्योंकि ये त्वचा में जलन पैदा कर सकते हैं।
त्वचा को स्क्रब न करें।
क्लींजर लगाने के लिए जालीदार कपड़े या वॉशक्लॉथ के बजाय अपनी उंगलियों का उपयोग करें।
चेहरे को धोने के लिए हमेशा गुनगुने पानी का उपयोग करें।
दिन भर में बार-बार चेहरे को छूने की आदत छोड़िए।
जिन लोगों के बाल ऑयली हैं उन्हें नियमित रूप से शैम्पू करना चाहिए।
अगर मुंहासों के लिए किसी प्रकार की दवाई लगाई है तो धूप में बाहर निकलने से बचें क्योंकि कुछ दवाएं पराबैंगनी प्रकाश में आने पर त्वचा की संवेदनशीलता को बढ़ाती हैं।
मुंहासों को दबाने या फिर फोड़ने की कोशिश न करें क्योंकि ये फिर ठीक होने में अधिक समय ले सकते हैं और निशान का कारण बन सकते हैं।