राष्ट्रीय शिक्षा नीति उच्च शिक्षा के क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन का सशक्त साधन-कुलपति

जे पी गुप्ता

सिद्धार्थनगर। सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 टास्क फोर्स एवं स्नातकोत्तर सी बी सी एस पाठ्यक्रम समितियों के संयोजक संबंधित महाविद्यालयों के प्राचार्य तथा विश्विद्यालय परिसर के संकायाध्यक्ष, विभाग अध्यक्षों एवं प्रभारियों की बैठक को संबोधित करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर हरि बहादुर श्रीवास्तव ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति उच्च शिक्षा के क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन का सशक्त साधन है।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति को प्रभावित तरीके से लागू करने तथा विद्यार्थियों के लिए उपयोगी बनाने के लिए शिक्षकों एवं संस्थान के प्रशासन को और अधिक कार्य करने की आवश्यकता है। विश्वविद्यालय एवं संबध महाविद्यालयों मे नैक मूल्यांकन आवश्यक है। नैक मूल्यांकन का उच्च शिक्षा क्षेत्र में गुणवत्ता सुनिश्चित करने में सर्वाधिक भूमिका है।

आगे आने वाले वर्षों में शिक्षा संस्थान में नैक मूल्यांकन अनिवार्य होगा। शिक्षक और प्रबंधन के लोगों को इस दिशा में अपने शिक्षा संस्थानों को तैयार करना होगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को क्रियांवित करने में सहयोग देने के लिए सिद्धार्थ विश्विद्यालय सम्बद्ध महाविद्यालय के टास्क फोर्स को अपने दायित्व का और कुशलता पूर्वक निर्वहन करने की जरूरत है।

संस्थानों में उपलब्ध संसाधनों और ज्ञान के भंडार का सर्वोत्तम उपयोग ही राष्ट्रीय शिक्षा नीति का मूल मंत्र है। कुलपति प्रो हरि बहादुर श्रीवास्तव ने कहा कि स्नातकोत्तर स्तर पर सीबीसीएस पाठ्यक्रम निर्माण में संस्थानों में शिक्षकों की उपलब्धता विषय की महत्ता और छात्रों की क्षमता को यथसम्भव ध्यान में रखकर निर्मित किया जाना चाहिए। विश्वविद्यालय के कुलसचिव राकेश कुमार ने बताया कि आगामी 15 मई तक परस्नातक विषयों के पाठ्यक्रम निर्मित किए जाने हैं।

इसलिए सभी विषयों के पाठ्यक्रम संयोजक अपने-अपने समितियों की अतिशीघ्र बैठक बुलाकर पाठ्यक्रम संरचना का कार्य पूरा कर लें। उन्होंने सुझाया कि सभी संकायाध्यक्ष अपने-अपने संकाय के पी जी के पाठ्यक्रम निर्माण के लिए विशेष प्रयास करें। राष्ट्रीय शिक्षा नीति क्रियांवयन हेतु गठित टास्क फोर्स की बैठकमाह में एक बार आवश्यक की जाय।

इससे पूर्व बैठक में विषय प्रस्ताव की रखते हुए राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 सिद्धार्थ विश्वविद्यालय सम्बद्ध महाविद्यालय के नोडल अधिकारी प्रोफ़ेसर हरीश कुमार शर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय एवं संबद्ध महाविद्यालयों के मध्य सकारात्मक संवाद से राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के उद्देश्यों को प्राप्त किया जा सकता है। टास्क फोर्स और जिला स्तर पर समन्वय समिति के माध्यम से शिक्षा नीति क्रियान्वयन में आ रही चुनौतियों का समाधान आसान होगा।

उन्होंने कहा कि इस सत्र में स्नातक स्तर पर राष्ट्रीय शिक्षा नीति के पाठ्यक्रम लागू हुए हैं।पी जी पाठ्यक्रम संरचना हेतु शासन से निर्देश प्राप्त हुए है । उसी को ध्यान में रख कर पाठ्यक्रम बनाये जाने हैं।बैठक में अधिष्ठाता विज्ञान संकाय प्रो देवेश कुमार ने विज्ञान विषय के पाठ्यक्रम निर्माण तथा अधिष्ठाता वाणिज्य संकाय प्रो दीपक बाबू ने वाणिज्य विषय के पाठ्यक्रम निर्माण से सम्बंधित सुझाव दिया।

इस अवसर पर टास्क फोर्स के सदस्य, जिला समन्वयक तथा सम्बन्धित महाविद्यालयों के प्राचार्य एवं विश्विद्यालय परिसर के सभी विषयों के विभागाध्यक्ष तथा प्रभारी ने भी चर्चा में भाग लिया। उक्त जानकारी सूचना एवं जन सम्पर्क अधिकारी डॉ अविनाश प्रताप सिंह ने दी है।

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