ए डी जी अखिल कुमार ने ऑपरेशन कवच के तहत ग्राम सुरक्षा समिति की गोष्ठी को किया संबोधित
kapilvastupost reporter
सिद्धार्थनगर। ऑपरेशन कवच के बेहतर क्रियान्वयन के लिए गुरुवार को सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु के प्रांगण में ग्राम सुरक्षा समिति के अध्यक्षों एवं सदस्यों के साथ गोष्ठी का आयोजन किया गया।
गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए गोरखपुर जोन के अपर पुलिस महानिदेशक अखिल कुमार ने कहा कि जनपद में सीमाई क्षेत्रों मे 437 गांव है। इन गांवों में ऑपरेशन कवच के तहत ग्राम सुरक्षा समिति का गठन कराया गया है। सीमा क्षेत्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर यह समिति बनाई गई है।
सीमावर्ती क्षेत्र के नागरिकों का सुरक्षा समिति गठन किया गया है। नागरिको को सूचना संकलन से जोड़ने, एसएसबी से जोड़ने, हमारे पुलिस से जोड़ने से बेहतर कार्य होगा। भारत नेपाल की खुली सीमा है, रोजाना लाखो लोगो का आवागमन होता है। ऐसे में देश विरोधी गतिविधियों को चिन्हित करने के लिये नागरिकों को आगे आना पड़ेगा। बॉर्डर के जो गांव है उसके नागरिको देश की सुरक्षा में अपनी सहभागिता दें। ऐसे नही यदि कोई देश विरोधी गतिविधि कही हो रही है तो प्रत्यक्ष रूप से उसका सामना करें, बल्कि इसकी सूचना सुरक्षा एजेंसियों को दें। भारत नेपाल के रोटी बेटी के सम्बन्धो को और मजबूत करना है।
इन बार्डर पर मादक पदार्थो की तस्करी मानव तस्करी भी एक बड़ी समस्सया है। इसकी भी यदि कही सम्भावना दिखती है या लग रही है तो तत्काल सूचना दीजिये, जिससे समय रहते कार्यवाही हो सके।
गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए पुलिस उप महानिरीक्षक बस्ती परिक्षेत्र बस्ती आर के भरद्वाज ने कहा कि समप्रभुता और सुरक्षा के लिए प्रत्येक नागरिको को आगे आकर जिम्मेदारी लेना पड़ेगा। ग्राम सुरक्षा समिति की जिम्मेदारी है कि तस्करी रोकने में मदद करें। नेपाल से हमारे अच्छे सम्बन्ध है इसकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सम्बन्ध को प्रगाढ़ बनाने का प्रयास है। गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए एसएसबी के डीआईजी राजीव राणा ने कहा कि भारत नेपाल सीमा पर हमारे जवान सुरक्षा में तैनात हैं, सेवा सुरक्षा बंधुत्व के ध्येय से काम हमारे जवान कर रहे हैं। समय-समय पर नागरिक गतिविधि कार्यक्रमो के माध्यम से सीमाई क्षेत्र के नागरिकों को जोड़ा जाता है। मानव सेवा संस्थान सेवा के निदेशक राजेश मणि ने गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए कहा सीमा क्षेत्र में मानव तस्करी भी एक बहुत बड़ी समस्या है। उन्होंने जनपद को बाल मित्र पुलिस बनाने को सभी थानों पर वाल पेंटिंग, खिलौने इत्यादि ऐसे कार्य किये जाने का प्लान है जिससे बच्चों की पुलिस के प्रति एक मित्रवत सम्बन्ध बन सके। उन्होंने बताया कि मानव तस्करी एक संगठित अपराध है इसको रोकने के लिए सभी के सहयोग की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सिद्धार्थनगर में हमारे तीन सेंटर ककरहवा, खुनुवा, बढ़नी में संचालित है, इसके तहत मानव तस्करी को रोकने, ड्राप आउट बच्चों को शिक्षित करने, तथा बच्चे एव बच्चियों के समन्वय विकास के लिए कार्य किया जा रहा है। गोष्ठी में उपरोक्त के अलावा पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद, प्रभारी कमाण्डेन्ट एसएसबी आर के डोगरा, अपर पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ, सीओ सदर अखिलेश वर्मा, राणा महेंद्र प्रताप सिंह, मुख्य नियन्ता डॉ दीपक बाबू, डिप्टी कमांडेंट सुहेल अहमद, अधिशासी अभियन्ता उमेश कुमार गुप्ता, एसएसबी निरीक्षक उमेश सिंह, थानाध्यक्ष कपिलवस्तु ज्ञानेंद्र रॉय, मोहाना थानाध्यक्ष सन्तोष कुमार सिंह, थानाध्यक्ष शोहरतगढ़ पंकज पाण्डेय, जिला पंचायत सदस्य सबलू साहनी, पवन मिश्र, दिलीप पाण्डेय, ग्राम प्रधान ई.प्रदीप चौधरी, मानव सेवा संस्थान के धर्मेन्द्र सिंह, जय प्रकाश गुप्ता, राम नरेश यादव, प्रमोद चौधरी, बृजलाल यादव, अखिलेश कुमार, सन्तोष पाण्डेय, देवेंद्र उपाध्याय, अजीजुद्दीन, देवेंद्र चौधरी, विजय चौरसिया, अब्दुल रसीद, अब्दुल रशीद, विनोद सामन्त, अब्दुल रब्बानी, मुलायम सिंह , पंकज चौबे, कमरुद्दीन, जग मोहन, मुस्तकीम, राम उजागिर जायसवाल, आरएन कसौधन, आदि पुलिस कर्मी एवं ग्राम सुरक्षा समिति के पदाधिकारीगण मौजूद रहे।