पेड़ लगाने से पृथ्वी और मानव जीवन दोनों ही सुरक्षित रहेंगे
पृथ्वी दिवस के अवसर पर सिद्धार्थ विश्वविद्यालय में आयोजित हुआ सेमिनार
जे पी गुप्ता / निज़ाम अंसारी
सिद्धार्थनगर। सिद्धार्थ यूनिवर्सिटी के एनसीसी कैडेट्स द्वारा शुक्रवार को पृथ्वी दिवस के अवसर पर सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि कला संकाय के डीन प्रो. हरीश कुमार शर्मा ने कहा कि जिस प्रकार माँ के द्वारा हमारा पालन होता है, उसी प्रकार पृथ्वी से भी हमारा पालन होता है। इसी लिए हम उसे माँ की संज्ञा देते है और हम जब इसकी रक्षा करेंगे तब हमारी ही नही बल्कि आने वाली जेनरेशन की भी रक्षा होगी।
सिद्धार्थ यूनिवर्सिटी के चिकित्सक डॉ अरुण द्विवेदी ने पृथ्वी दिवस के महत्व को बताते हुए बताया कि किस प्रकार पृथ्वी का छरण मानव जीवन में कई प्रकार की बीमारियां का कारण बनता है। कार्यक्रम का संचलन एनसीसी के केयर टेकर ऑफिसर डॉ प्रज्ञेश नाथ त्रिपाठी ने किया। पृथ्वी दिवस के अवसर पर कैडेट्स द्वारा युनिवर्सिटी कैंपस की साफ सफाई की गई तथा पेड़ों को पानी दिया गया।
इस अवसर डॉ अरविंद रावत व डॉ यशवंत यादव और कैडेट कृष्णा प्रसाद, कैडेट करन कुमार, कैडेट रीमा चौधरी, कैडेट पूजा जायसवाल, कैडेट सीमा चौधरी व अजय सिंह आदि मौजूद रहे। इस कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन डॉ जय सिंह यादव ने दिया।
पृथ्वी दिवस पर एस पी पी जी कॉलेज शोहरतगढ़ के प्राचार्य डॉ अरविन्द कुमार सिंह ने कहा कि पृथ्वी को बचाने के लिए आम जनमानस को अपना अपना योगदान देने की जरूरत है |पृथ्वी पर जल का होना वरदान है जल जीवन का बड़ा आधार है ऐसे में पृथ्वी को बचाने के लिए जल संरक्षण करना भी जरूरी है | पानी की बर्बादी के कारण ही भूमंडल के हालत बहुत तेजी से बिगड़ते जा रहे हैं इस लिए हम सभी को जादा से जादा बचाना चाहिए | वर्तमान में वायु प्रदुषण भी बहुत जादा बढ़ गया है ऐसे में प्रत्येक नागरिक एक वृक्ष लगाकर अपनी जिम्मेदारियां निभाएं तभी हम पृथ्वी को बचा पाएंगे |